दिल्ली: रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) ने पैसेंजर्स रिजर्वेशन सिस्टम से जुड़ी एक जरूरी सूचना जारी की है. मंत्रालय ने कहा है कि 14 नवंबर की मध्यरात से 21 नवंबर की मध्यरात तक यानी कि एक सप्ताह के लिए टिकट बुकिंग और रिजर्वेशन से जुड़ी सभी सेवाएं बाधित रहेंगी.
रेलवे के मुताबिक, यह कदम यात्री सेवाओं को सामान्य करने और पूर्व कोविड स्तरों पर चरणबद्ध तरीके से वापस लौटने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है.
रेल मंत्रालय ने 14 नवंबर को जानकारी दी कि यात्रियों से जुड़ी सेवाओं को सामान्य करने के दिशा में पैसेंजर्स रिजर्वेशन सर्विस (Passenger Reservation System) अगले 7 दिनों तक रात के समय 6 घंटों के लिए बंद रहेगी. रात 11:30 बजे से सुबह 5:30 बजे तक इन 6 घंटों की अवधि के दौरान कोई भी PRS (Passenger Reservation System) सर्विस उपलब्ध नहीं होगी.
पैसेंजर्स रिजर्वेशन सर्विस जैसे- टिकट रिजर्वेशन, वर्तमान बुकिंग, टिकट कैंसिलेशन, इंक्वायरी सर्विस आदि इससे संबंधित कोई भी सेवा यात्रियों को 6 घंटे तक नहीं मिलेगी और यह प्रभाव एक सप्ताह तक यानी 21 नवंबर तक लागू रहेगा. हालांकि पीआरएस सर्विस के अलावा अन्य सभी इंक्वायरी सर्विस निर्बाध रूप से जारी रहेंगी.
ट्रेनों से हटाया गया ‘स्पेशल’ का टैग जीरो
रेलवे अब कोरोना संक्रमण से पहले की स्थिति में वापस लौट रहा है. इसी कड़ी में भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने ट्रेनों के स्पेशल स्टेटस को भी खत्म कर दिया है. अब ट्रेनों का संचालन पुराने नंबर और पुराने किराए पर ही होगा. अब स्पेशल ट्रेन के नम्बर से ‘0’ हट जाएगा और सभी ट्रेन प्री-कोविड ट्रेन की तरह उसी नंबर से चलेंगी. रेलवे का किराया भी जो कोविड से पहले था वही लागू होगा. रेलवे ने मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए ‘स्पेशल’ टैग हटाने और महामारी से पहले के किराये पर तत्काल प्रभाव से लौटने का 12 नवंबर को एक आदेश जारी किया है.